
उलझी हुई गुत्थी को मिलकर सुलझाओ,
रिश्ता बड़ा खूबसूरत होता है,
उसे खूबसूरती से निभाओ,
उलझी हुई गुत्थी को और मत उल्झाओ।।
कभी माफी मांग कर,
तुम ही छोटे बन जाओ,
खुशी से सबको गले लगाओ,
सब पैसों से नहीं मिल पाता,
अगर कुछ खास पाना है,
तो थोड़ा वक्त भी गवाओ।।
कभी-कभी किसी को खुश करने के लिए,
खुद भी थोड़ा गम खाओ,
दूसरों को खुश देख कर,
सच्ची खुशी का अनुभव पाओ,
केवल अपने स्वार्थ के लिए मत जीते जाओ।।
दूसरों में गलतियां ढूंढने की बजाए,
खुद की कमियां दूर करते जाओ,
किसी की अच्छाइयो को,
उसकी कमियां मत समझते जाओ,
बड़ी मुश्किलों से मिलते हैं रिश्ते,
उन्हें प्रेम से निभाओ।।
सब को समझने की,
कोशिश तुम करते जाओ,
हर रिश्ते को इमानदारी से निभाओ,
कीमत पैसों की नहीं,
प्रेम की होती है,
कभी किसी का दिल मत दुखाओ,
वक्त बीत जाता है पर यादों का,
सिलसिला हर पल साथ चलता जाता है।।
अनमोल रिश्तो को,
अहंकार में मत गवाओ,
प्रेम का सौदा पैसों से मत करवाओ,
जीवन में हर व्यक्ति का महत्व समझो,
यहां हर पल भर में जीवन बदल जाता है,
इसीलिए इन बातों का ध्यान रखते जाओ,
वरना सब कुछ खोने के बाद बैठ कर पछताओ,
रिश्ते प्रेम से निभाओ ।।
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