
कहीं भी हो बस जलती रहे इस तेज के साथ कि,
दुश्मनों में बस आग लगा दे।।
सरहद पर जो तूने लगाई आग,
अब देख तुझे कैसे करती है राख,
अब घर घर में चिंगारी उठ आई है,
हर देशभक्त ने तुझे भस्म करने की कसम खाई है।।
खुशी को गम में तू जो बदल गया,
हम सबकी आंखें भर गया,
इन आंसुओं का बदला तेरे खून से लेंगे,
अब गम की सजा तुझे भी गम से ही देंगे।।
तूने तो बस आग लगाई है,
पर तू अब ज्वालामुखी देखेगा,
अब कोई हिंदू,मुस्लिम,सिख,ईसाई नहीं,
पूरा हिंदुस्तान तुझे बदले की आंख से देखेगा।।
खत्म अब तेरा नामो-निशान होगा,
तब जाकर हिंदुस्तान का मिशन पूरा होगा,
तुझे तेरी गलती की सजा मिलेगी,
तब जाकर वतन में कहीं शांति मिलेगी ।
हर वीर को हमारा सलाम है,
हिंदुस्तान छुपकर वार करने वालों में से नहीं है,
यह तो तुम जैसे कायरों का काम है,
छिपकर क्या वार करते हो सामने करके तो देखो,
हिंदुस्तानी फौज के सामने तो तुम्हारा ठहरना भी नाकाम है।।
आग "बस जलती रहे"
Super
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