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"आस्था"- जीवन का आधार

आस्था में भी अनोखी शक्ति का वास्ता है,
आंख बंद करके तू देख
हर मुसीबत मैं कोई न कोई रास्ता है।
मत रख अधिक उम्मीद दुनिया से,
सबको अपने मतलब से वास्ता है।
रख उम्मीद बस उस रब से,
जिसके पास हर मुसीबत का रास्ता है।।

आस्था की शक्ति अपरंपार है,
कहीं बार लगाई इसने नैया पार है,
क्योंकि आस्था स्वयं ईश्वर का आधार है,
आस्था से दूर अंधकार है,
खुले प्रेम और प्रकाश के द्वार है,
आस्था अलौकिकता का आधार है।।

आस्था के उदाहरणों से,
भरे इतिहास के पन्ने हजार है।
मीरा के कृष्ण जहां----
वहां जहर में भी अमृत सा प्यार है
खुले अपनेआप आस्था से जेलों के द्वार है।
आग भी जिसे न जला पाई,
ऐसे आस्था के अंगार है।।

आस्था ही ईश्वर का सच्चा द्वार है,
रख तू भी आस्था उस रब पर,
आज नहीं तो कल तेरा भी बेड़ा पार है।
सब आस्था के ही चमत्कार है।
आस्था से ही बच पाया द्रोपदी का संसार,
बिना आस्था के अधूरा जीवन का सार,
आस्था ही प्रेम,आस,विश्वास और भक्ति का आधार है।।

"आस्था से मुमकिन है सब
जब तुमने लगाई उसको सच्चे दिल से पुकार है।"

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