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याद इन्हें रखना (माँ -पिता)

जब भी मैं हारू मेरा हौसला बढ़ाना,
जब भी मैं निराश होऊ 
मुझ में आशा जगाना,
मेरे माँ तुम मुझे हर पल रास्ता दिखाना,
मुझे हर मुसीबत से बचाना,
मुझमें उम्मीद की किरण जगाना।

जब मैं रोऊं तब मुझे हंसाना,
मेरे होठों पर मुस्कुराहट तुम लाना,
जब मैं उलझू मुझे सुलझाना,
मुझे हर उलझन से बचाना,
मेरे पापा हमेशा तुम मेरा 
इसी तरह साथ निभाना,
मेरी हिम्मत बन जाना,
जब भी कोई मुसीबत आए,
मुझे उससे लड़ना सिखाना। जब मैं खुश होऊ तो उनका खुश हो जाना,
मेरे गम के साथ उनका भी दुखी हो जाना,
यही है हर माता पिता का छिपा,
उनके दिल में बस अपने बच्चों के लिए आशियाना।

तुम भी अपना फर्ज निभाना, 
भूल उन्हें रास्ते में मत जाना,
मंजिल बड़ी दूर है,
एक दिन तुम्हें उसको है पाना,
पर उस मंजिल तक पहुंचाने वाले,
को हमेशा याद करते जाना,
उनकी ही वजह से तुम्हें,
मिल पाया यह अनमोल खजाना।

हर बार उनके लिए अपने,
दिल में सम्मान बढ़ाना,
उनका तुम्हारे लिए किया हुआ,
हर कार्य तुम याद रखते जाना,
दुनिया में माता पिता जैसा,
कोई और न खजाना,
इनको हमेशा खुश रखना,
तुम्हें खुद ही वह सब मिल जाएगा,
जो तुम्हें है पाना।

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